आजा फिर से घर घर खेलें गुड्डे गुड्डी का ब्याह रचाएं। आजा फिर से घर घर खेलें गुड्डे गुड्डी का ब्याह रचाएं।
चले थे हम साथ -साथ उनके, जाने कब कारवां बदल गया! चले थे हम साथ -साथ उनके, जाने कब कारवां बदल गया!
कंधो की कमी को हमने पूरा किया हर एक को अपने अपना कंधा दिया । कंधो की कमी को हमने पूरा किया हर एक को अपने अपना कंधा दिया ।
कंधो की कमी को हमने पूरा किया हर एक को अपने अपना कंधा दिया। कंधो की कमी को हमने पूरा किया हर एक को अपने अपना कंधा दिया।
तुम तो ऐसे न थे, हवाओं के साथ बहते न थे। तुम तो ऐसे न थे, हवाओं के साथ बहते न थे।
गरीबी इंसान को लाचार बना देती है.... जो दिन ना देखे वो सब दिखाती है। गरीबी इंसान को लाचार बना देती है.... जो दिन ना देखे वो सब दिखाती है।